उत्तराखंड में ‘निकाया‘ के नाम से जाने जाने वाले सभी नगर निकायों का कार्यकाल इस शुक्रवार को समाप्त हो रहा है। एक आधिकारिक अधिसूचना में घोषणा के अनुसार, शनिवार से सभी निकायाओं में प्रशासक ों को तैनात किया जाएगा। शहरी स्थानीय निकायों का पांच साल का कार्यकाल एक दिसंबर को समाप्त हो रहा है। शहरी विकास के मुख्य सचिव श्री सुधांशु ने उल्लेख किया कि रुडकी नगर निगम के चुनाव बाद में हुए थे, केवल महापौर का पद तय किया जाना बाकी था।
बाकी बोर्ड यथावत चलता रहेगा। दूसरी ओर, श्रीनगर नगर पालिका को नगर निगम में अपग्रेड करने के बाद, वहां कोई प्रशासक नहीं होगा। दो दिसंबर से देहरादून नगर निगम समेत सभी नगर पालिकाओं, निगमों और नगर पंचायतों में प्रशासक ों की नियुक्ति कर दी जाएगी। सभी जिलों के जिलाधिकारियों को प्रशासक नियुक्त किया गया है। वे प्रशासक के रूप में निकाया में सभी व्यवस्थाओं की देखरेख करेंगे। गौरतलब है कि राज्य निर्वाचन आयोग फिलहाल निकाय चुनाव के लिए वोटर लिस्ट तैयार कर रहा है। इसके अतिरिक्त, एक समर्पित आयोग नगरपालिका चुनाव होने से पहले ओबीसी का सर्वेक्षण कर रहा है। इस सर्वे के बाद ही निकाया चुनाव आगे बढ़ेगा।
उत्तराखंड के निकायस का कार्यकाल समाप्त होने के साथ ही ध्यान प्रशासनिक जिम्मेदारियों के सुचारू हस्तांतरण पर केंद्रित हो जाता है। नगर पालिकाएं, निगम और नगर पंचायतें प्रशासकों के आगमन के लिए कमर कस रही हैं, जिससे कर्तव्यों का निर्बाध हस्तांतरण सुनिश्चित हो रहा है।
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