बिहार के सीवान में बिजली गिरने से 6 लोगों की मौत: मुआवजे की घोषण

बिहार के सीवान जिले में 23 जुलाई 2025 को भारी बारिश के साथ आकाशीय बिजली गिरने की घटना ने एक बार फिर तबाही मचाई। इस दुखद हादसे में 6 लोगों की जान चली गई, जिससे पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई।

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए मृतकों के परिवारों के लिए 4-4 लाख रुपये के मुआवजे की घोषणा की है। इस लेख में हम इस घटना, इसके प्रभाव, और प्रशासन की प्रतिक्रिया पर विस्तार से चर्चा करेंगे।

घटना का विवरण

सीवान जिले में मॉनसून की भारी बारिश के बीच आकाशीय बिजली गिरने की घटना हुई। मौसम विभाग ने पहले ही पश्चिमी चंपारण, गोपालगंज, और सीवान जैसे जिलों में भारी बारिश और वज्रपात की चेतावनी जारी की थी।

इसके बावजूद, कई लोग खेतों में काम कर रहे थे या खुले में थे, जिसके कारण वे इस प्राकृतिक आपदा की चपेट में आ गए। स्थानीय प्रशासन के अनुसार, यह घटना 23 जुलाई 2025 को दोपहर और शाम के बीच हुई, जब बारिश अपने चरम पर थी। मृतकों में ज्यादातर ग्रामीण क्षेत्रों के लोग शामिल हैं, जो खेती या दैनिक कार्यों में लगे थे।

प्रशासन की त्वरित प्रतिक्रिया

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस हादसे पर तुरंत संवेदना व्यक्त की और प्रभावित परिवारों के प्रति अपनी सहानुभूति जताई। उन्होंने प्रत्येक मृतक के परिवार को 4 लाख रुपये की अनुग्रह राशि प्रदान करने की घोषणा की, जो तत्काल प्रभाव से वितरित की जाएगी। सीएम ने अपने आधिकारिक बयान में लोगों से अपील की कि वे खराब मौसम में सावधानी बरतें और आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें।

स्थानीय प्रशासन ने भी राहत कार्य शुरू कर दिए हैं। घायलों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, और पुलिस व आपदा प्रबंधन टीमें प्रभावित क्षेत्रों में पहुंचकर स्थिति का जायजा ले रही हैं। सीवान के जिला प्रशासन ने स्थानीय लोगों को घरों में रहने और खुले मैदानों या पेड़ों के नीचे न जाने की सलाह दी है।

बिहार में वज्रपात की गंभीर समस्या

बिहार में आकाशीय बिजली गिरने की घटनाएं मॉनसून के मौसम में आम हैं, लेकिन हाल के वर्षों में इनकी तीव्रता और आवृत्ति बढ़ी है। बिहार आर्थिक सर्वेक्षण (2024-25) के अनुसार, 2023 में वज्रपात और आंधी-तूफान से संबंधित घटनाओं में 275 लोगों की मौत हुई थी। इस साल भी जुलाई में कई जिलों में ऐसी घटनाएं सामने आई हैं,

जिनमें नालंदा, वैशाली, और पटना जैसे जिले शामिल हैं। 17 जुलाई 2025 को ही 10 जिलों में बिजली गिरने से 19 लोगों की मौत की खबर आई थी, जिसके बाद भी मुआवजे की घोषणा की गई थी।

मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि 23-24 जुलाई के बीच सीवान, गोपालगंज, और पश्चिमी चंपारण में भारी बारिश और वज्रपात का खतरा बना हुआ है। इसके लिए लोगों को सतर्क रहने और खुले स्थानों से बचने की सलाह दी गई है।

मुआवजा और राहत कार्य

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रभावित परिवारों को तत्काल राहत पहुंचाने के लिए 4 लाख रुपये प्रति परिवार के मुआवजे का ऐलान किया है।

यह राशि आपदा राहत कोष से दी जाएगी और जल्द से जल्द पीड़ित परिवारों तक पहुंचाई जाएगी। इसके अलावा, प्रशासन ने घायलों के इलाज के लिए मुफ्त चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराने का भी निर्देश दिया है। सीवान के स्थानीय अस्पतालों में आपातकालीन सेवाएं शुरू की गई हैं ताकि किसी भी स्थिति से निपटा जा सके।

जन जागरूकता और बचाव के उपाय

इस घटना ने एक बार फिर बिहार में वज्रपात से बचाव के लिए जागरूकता की आवश्यकता को रेखांकित किया है। आपदा प्रबंधन विभाग ने लोगों से निम्नलिखित सावधानियां बरतने की अपील की है:

  • भारी बारिश और तूफान के दौरान घर के अंदर रहें।
  • पेड़ों, बिजली के खंभों, या खुले मैदानों में न जाएं।
  • बिजली उपकरणों का उपयोग करने से बचें।
  • मौसम विभाग की चेतावनियों पर नजर रखें और स्थानीय प्रशासन के निर्देशों का पालन करें।

स्थानीय स्तर पर जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं, जिसमें ग्रामीणों को वज्रपात से बचने के उपायों के बारे में बताया जा रहा है। स्कूलों और पंचायतों में भी इस तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।

निष्कर्ष

सीवान में बिजली गिरने से हुई 6 लोगों की मौत ने एक बार फिर प्राकृतिक आपदाओं से निपटने की चुनौती को सामने ला दिया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का मुआवजे का ऐलान और प्रशासन की त्वरित कार्रवाई प्रभावित परिवारों के लिए राहत का काम करेगी। हालांकि

ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए दीर्घकालिक उपायों जैसे जागरूकता अभियानों, बेहतर मौसम चेतावनी प्रणाली, और आपदा प्रबंधन की मजबूती पर ध्यान देना जरूरी है। बिहारवासियों से अपील है कि वे मौसम विभाग की सलाह मानें और अपनी सुरक्षा को प्राथमिकता दें।

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