हाय, यूपी वालों! जहाँ कबाब और ताजमहल का स्वाद है, आज जनमाष्टमी पर लखनऊ में बाढ़ के बाद लोग श्रीकृष्ण का जन्मदिन मना रहे हैं, जबकि राहत कार्य भी जारी है। सुबह से हल्की धूप है, लेकिन गंगा-यमुना का जलस्तर अभी भी सावधानी बरतने को कह रहा है। ये तो ऐसा है, जैसे तुम्हारे स्कूल में छुट्टी हो, और तू मटकी फोड़ने की प्लानिंग करे! आइए, इस खबर का पूरा मज़ा लेते हैं।
क्या हुआ?
आज सुबह 7 बजे से लखनऊ में हल्की धूप निकली, और शाम 6:25 बजे तक मौसम साफ है। कल तक चली बारिश और बाढ़ का असर अब कम हो रहा है, लेकिन गंगा और यमुना का जलस्तर अभी भी ऊंचा है। ये तो वैसा ही है, जैसे तुम्हारी नाव पानी में धीरे-धीरे स्थिर हो जाए! करीब 15,000 लोग सावधानी बरत रहे हैं,
और गोमती नगर-हजरतगंज जैसे इलाकों में सड़कें अब सूख रही हैं। लोग जनमाष्टमी की तैयारी में लगे हैं—मटकी सजाई जा रही है, और घरों में घेवर और माखन-मिश्री की खुशबू फैली है। स्थानीय लोग कह रहे हैं कि बारिश रुक गई है, लेकिन कीचड़ साफ करने का काम बाकी है।
जनमाष्टमी और राहत का तमाशा
जनमाष्टमी का जश्न जोरों पर है। सुबह 10 बजे मंदिरों में भजन और झांकियाँ शुरू हुईं, और बच्चे कान्हा के गीत गा रहे हैं। ये तो जैसे तुम स्कूल में मटकी फोड़ने की होड़ लगाओ! SDRF और NDRF की टीमें राहत के साथ मंदिरों में मदद कर रही हैं।
आज 80 से ज्यादा लोगों को सुरक्षित घरों तक पहुँचाया गया। CM योगी आदित्यनाथ ने मथुरा में दही-हांडी देखी और कहा कि बाढ़ के बाद भी हमारा उत्साह बरकरार है। हेल्पलाइन नंबर सक्रिय हैं, ताकि लोग मदद माँग सकें। ये तो त्योहार और राहत का मिक्सचर लग रहा है!
बाढ़ का असर
लखनऊ में बारिश पूरी तरह रुक गई है, और सड़कों पर कीचड़ साफ हो रहा है। बाजार खुल गए हैं, और कबाब की दुकानें जनमाष्टमी के लिए मिठाई और पकवान बेच रही हैं। लोग अपने घरों को सजाकर मटकी फोड़ने की तैयारी कर रहे हैं—स्कूलों और मंदिरों से लौटकर सामान व्यवस्थित कर रहे हैं। ये तो जैसे तुम्हारा घर की छत पर कान्हा का स्वागत करो! बिजली बहाल हो गई, और ट्रैफिक अब सामान्य है। स्कूल कल से खुलेंगे, तो बच्चे थोड़े उदास हैं।
लोग क्या कह रहे हैं?
यूपी के लोग खुश हैं कि जनमाष्टमी मना रहे हैं, बाढ़ के बाद भी। कुछ कह रहे हैं कि कान्हा का आशीर्वाद है कि बारिश रुकी। ये तो जैसे तुम मटकी फोड़कर माखन खाओ! सोशल मीडिया पर फोटो वायरल हैं, जिसमें लोग तिरंगा और मटकी के साथ दिख रहे हैं। कुछ मजाक में कह रहे हैं कि नाव से दही-हांडी खेली जाए! लोग प्रशासन की तारीफ कर रहे हैं कि राहत और जश्न दोनों संभाले।
सरकार का रोल
प्रशासन ने राहत और त्योहार का संतुलन बनाया है। राहत कैंप चल रहे हैं, जहाँ खाना और कंबल मिल रहे हैं। ये तो जैसे तुम्हारे स्कूल में मटकी और मिठाई बाँट दी जाए! CM योगी ने कहा कि गंगा-यमुना के किनारे नजर रखी जाएगी। लोग प्रशासन की मेहनत की तारीफ कर रहे हैं।
हम क्या सीखें?
इस खबर से हमें कुछ सुपर बातें सीखने को मिलती हैं:
1. **सावधानी रखो**: बारिश में नदी के पास न जाएं, जैसे कार्टून देखो।
2. **तैयारी करो**: छाता, टॉर्च, और राशन रखो, जैसे स्कूल बैग में किताबें।
3. **त्योहार मनाओ**: मुसीबत में भी जश्न करो, जैसे दोस्तों के साथ मटकी फोड़ो।
आगे क्या होगा?
मौसम विभाग कह रहा है कि कल (18 अगस्त) तक मौसम साफ रहेगा। अगर सब ठीक रहा, तो सड़कें पूरी तरह बहाल होंगी। तुम्हें क्या लगता है, जश्न कब और बढ़ेगा?