उत्तर प्रदेश
11 अगस्त 2025
बाढ़ की दहशत फैलाने वाली रामगंगा का जलस्तर घटना शुरू
मुरादाबाद। मुरादाबाद में बाढ़ की दहशत फैलाने वाली रामगंगा का जलस्तर रविवार से घटने लगा है। करीब तीन सेमी प्रति घंटे की रफ्तार से रामगंगा का पानी उतरने लगा है। जलस्तर में कमी आने से बाढ़ खंड के अभियंताओं ने राहत की सास ली। शनिवार दिनभर स्थिर रहने के बाद शाम को रामगंगा में पानी बढ़ गया था लेकिन रात में जलस्तर में कमी आने लगी। रामगंगा में पानी बढ़ने के कारण जिला प्रशासन ने पुलिस, लोक निर्माण विभाग, स्वास्थ्य विभाग और विभाग के अधिकारियों को अलर्ट कर दिया है।
बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में एसडीआरएफ और पीएसी की टुकड़ियां अपनी अपनी नावों से गश्त कर रही हैं। कंट्रोल रूम से सूचना मिलने के बाद तहसील की टीमें तत्काल अन्य विभागों से संपर्क कर दवाएं और सुरक्षा के उपाय को कर रही हैं। बाढ़ के अधिशासी अभियंता राजेश कुमार गंगवार ने बताया कि 2010 में 192.73 मीटर तक बाढ़ रामगंगा में आई थी। उसके बाद लगातार रामगंगा नदी में पानी कम आता था।
15 साल बाद रामगंगा नदी में इस साल 191.460 मीटर तक पानी आया था। शनिवार की सुबह पानी की रफ्तार कम हो गई थी। शाम को रफ्तार बढ़ गई लेकिन रात आठ बजे के बाद पानी तीन सेमी प्रतिघंटे की रफ्तार से घटने लगा है। देर रात 10 बजे पानी 191.120 मीटर घट गया था।
डीएम अनुज सिंह ने बताया कि वह देर रात तक बाढ़ के अधिकारियों से बात कर पानी की स्थिति की जानकारी ले रहे हैं। तहसील से लेकर जिले के अधिकारियों को भी देर रात तक सूचनाओं के सत्यापन करने के निर्देश दिए हैं। बाढ़ में फंसे लोगों की हर संभव मदद करने के लिए अधीनस्थों को हिदायत दी गई है
रामगंगा नदी के उफान से चौथे दिन भी कांठ-कांवड़ पथ मार्ग बंद रहा, लेकिन कांठ-करनपुर ठाकुरद्वारा मार्ग पर पानी कम होने से हल्के वाहनों का आवागमन शुरू हो गया।प्रशासन ने सुरक्षा को देखते हुए अभी भारी वाहनों (ट्रक, बस, ट्रैक्टर आदि) पर प्रतिबंध जारी रखा है। कुम्हरिया जुबला, गोपालपुर और बहारदपुर खद्दर समेत कई मार्ग अभी भी जलमग्न हैं, जहां कई स्थानों पर सड़कें क्षतिग्रस्त हुई हैं। कांवड़ पथ मार्ग पर रसूलपुर चौहरा के नजदीक रपटा पुल अभी भी बाढ़ के पानी में डूबा हुआ है। स्थानीय प्रशासन ने नुकसान का आकलन शुरू कर दिया है।