उत्तरकाशी में राहत का दौर: बाढ़ से जंग जार

हाय, उत्तराखंड वालों! जहाँ चार धाम की शांति और हिमालय की ठंडक है, आज उत्तरकाशी में बाढ़ के बाद राहत कार्य जोरों पर है। सुबह से हल्की बारिश हो रही है, लेकिन पिछले दिनों की बाढ़ का असर अभी भी दिख रहा है। ये तो ऐसा है, जैसे तुम्हारे स्कूल में छुट्टी हो, लेकिन बाहर कीचड़ साफ करने का काम बाकी हो! आइए, इस खबर का पूरा मज़ा लेते हैं।

## क्या हुआ?

आज सुबह 7 बजे से उत्तरकाशी में हल्की बारिश शुरू हुई, और रात 8:25 बजे तक आसमान साफ होने की ओर है। पिछले हफ्ते के बादल फटने और बाढ़ के बाद, आज हालात सुधर रहे हैं, लेकिन खीर गंगा और भागीरथी नदियों का जलस्तर अभी भी ऊंचा है। ये तो वैसा ही है, जैसे तुम्हारी नाव पानी में तैरती रहे! करीब 100 लोग अभी भी सावधानी बरत रहे हैं,

और धराली-हर्षिल इलाकों में कुछ सड़कें मरम्मत के लिए बंद हैं। लोग अपने घरों को साफ कर रहे हैं और सामान—चावल, दाल, और कंबल—को व्यवस्थित कर रहे हैं। स्थानीय लोग कह रहे हैं कि बारिश कम हुई है, लेकिन मलबा हटाने का काम बाकी है।

## राहत कार्य का तमाशा

SDRF, NDRF, और सेना की टीमें राहत में जुटी हैं। आज दिनभर 80 से ज्यादा लोगों को सुरक्षित जगहों से उनके घरों तक पहुँचाया गया। ये तो जैसे तुम्हारे दोस्त बारिश में फंस जाएं और तुम उन्हें घर तक छाता देकर पहुँचाओ! हेलिकॉप्टर और नावें अब कम इस्तेमाल हो रही हैं, लेकिन मलबा हटाने के लिए भारी मशीनें चल रही हैं।

CM पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि राहत सामग्री—खाना, दवाइयाँ, और कंबल—हर गांव तक पहुँचाई जाए। हेल्पलाइन नंबर भी सक्रिय हैं, ताकि लोग मदद माँग सकें। ये तो राहत का सुपर मिशन लग रहा है!

## बाढ़ का असर

उत्तरकाशी में बारिश अब धीमी हो गई है, लेकिन सड़कों पर कीचड़ और मलबा बाकी है। बाजार धीरे-धीरे खुल रहे हैं, और होटल वाले साफ-सफाई में लगे हैं। लोग अपने घरों को सुखाकर सामान व्यवस्थित कर रहे हैं—जैसे मंदिरों और स्कूलों के पास से लौट रहे हैं।

ये तो जैसे तुम्हारा घर की छत से उतरकर बारिश का मज़ा याद करो! बिजली ज्यादातर बहाल हो गई, लेकिन कुछ इलाकों में रुक-रुक कर दिक्कत है। चारधाम यात्रा धीरे-धीरे शुरू हो रही है, और श्रद्धालु राहत की सांस ले रहे हैं। सड़कों पर ट्रैफिक अब सुचारु हो रहा है।

## लोग क्या कह रहे हैं?

उत्तराखंड के लोग राहत महसूस कर रहे हैं और खुश हैं कि बारिश कम हुई। कुछ कह रहे हैं कि बाढ़ का डर गया, लेकिन मलबा साफ करने में समय लगेगा। ये तो जैसे तुम बारिश में खेलो और फिर घर साफ करो! सोशल मीडिया पर लोग फोटो शेयर कर रहे हैं,

जिसमें साफ होते रास्ते और राहत कैंप दिख रहे हैं। कुछ मजाक में कह रहे हैं कि अब नाव की जगह ट्रैक्टर से चार धाम जाएँगे! लोग प्रशासन की तारीफ कर रहे हैं कि मदद समय पर मिली।

## हम क्या सीखें?

इस खबर से हमें कुछ सुपर बातें सीखने को मिलती हैं:
1. **सावधानी रखो**: बारिश में पहाड़ों पर न जाएं, जैसे कार्टून देखो।
2. **तैयारी करो**: छाता, टॉर्च, और राशन रखो, जैसे स्कूल बैग में किताबें।
3. **हेल्प माँगो**: दिक्कत हो तो सरकार को बताओ, जैसे दोस्त से मदद माँगो।

## आगे क्या होगा?

मौसम विभाग कह रहा है कि कल (13 अगस्त) तक मौसम साफ रह सकता है। अगर सब ठीक रहा, तो स्कूल खुलेंगे और सड़कें पूरी तरह बहाल होंगी। तुम्हें क्या लगता है, मलबा कब साफ होगा?

 

 

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